मकर संक्रांति हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो हर साल 14 या 15 जनवरी को पूरे भारत में मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष में मनाया जाता है जिसके साथ ही सर्दियाँ कम होने लगती हैं, दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं। मकर संक्रांति पर लोग फसलों की अच्छी पैदावार के लिए, सूर्य देव से प्रार्थना करते हैं। इस दिन लोग तिल और गुड़ से बनी मिठाइयाँ खाते हैं और पतंग उड़ाते हैं। यह त्योहर प्रक्रति के प्रति सम्मान और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देता है। मकर संक्रांति का त्योहार एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
myNachiketa प्रस्तुत करता है मकर संक्रांति पर 10 लाइन।
1. मकर संक्रांति हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय त्योहार है।
मकर संक्रांति सूर्य के उत्तर की ओर यात्रा का उत्सव है।
यह त्योहार हिंदू देव, भगवान सूर्य को समर्पित है।
मकर संक्रांति पर लोग रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाते हैं, गुजरात में होने वाले अंतराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का विशेष महत्त्व है।
इस दिन तिलगुड़, गजक और खिचड़ी खाकर उत्सव मनाया जाता है।
मकर संक्रांति पर लोग गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।
मकर संक्रांति फसलों का त्योहार है, जो सर्दियों के अंत और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है, जो फसलों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
मकर संक्रांति को तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण और असम में माघ बिहू कहा जाता है।
इस दिन के दिन लोग जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और धन दान करते हैं।
मकर संक्रांति हमें प्रकृति का सम्मान करना और अपनी परंपराओं से जुड़ना सिखाती है।
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