स्वामी विवेकानन्द पर 10 लाइन (10 lines on Swami Vivekananda in Hindi)
- myNachiketa
- Dec 10, 2024
- 2 min read
Updated: Dec 31, 2024

स्वामी विवेकानन्द भारत के एक महान संत और देशभक्त थे। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था और उनके बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। छोटी उम्र से ही वह जिज्ञासु, बुद्धिमान और ऊर्जावान थे। वह जीवन, भगवान और अस्तित्व के बारे में सवाल पूछना बहुत पसंद करते थे। स्वामी विवेकानंद मानते थे कि भगवान हर इंसान के अंदर रहते हैं। इसलिए, दूसरों की मदद करना भगवान की सच्ची पूजा है।
myNachiketa प्रस्तुत करता है स्वामी विवेकानन्द पर 10 लाइन
स्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता, भारत में हुआ था।
उनके पिता का नाम श्री विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था।
स्वामी विवेकानंद ने 1884 में स्कॉटिश चर्च कॉलेज से अपनी बी.ए. (बैचलर ऑफ आर्ट्स) की पढ़ाई पूरी की।
उनकी मुलाकात एक संत और दूरदर्शी श्री रामकृष्ण से हुई, जो स्वामीजी के गुरु बने।
रामकृष्ण के मार्गदर्शन में, उन्हें भगवान की पहचान हुई और उन्होंने मानव सेवा के महत्व के बारे में जाना।
रामकृष्ण के बाद स्वामी विवेकानंद ने उनकी शिक्षाओं के प्रसार की ज़िम्मेदारी ली।
उन्होंने पूरे भारत और दुनिया भर में यात्रा की और हिंदू दर्शन, विशेष रूप से भगवद् गीता, वेदों और उपनिषदों की शिक्षाओं का प्राचर किया।
स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की, जो शिक्षा, सामाजिक कल्याण और वेदांत के ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए काम करते रहते हैं।
स्वामी विवेकानंद की शिक्षा ने आत्मज्ञान, निःस्वार्थ सेवा और सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया।
उनका जन्मदिन, 12 जनवरी, भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो उनकी सोच और मानवता के लिए किए गए योगदान के सम्मान का सूचक है।

More such blogs and stories
Resources
Comments