![बच्चों के लिए 10 नए साल के प्रेरणा देने वाले संदेश](https://static.wixstatic.com/media/98008d_a95caf55693f433496c5b981d9dbebdc~mv2.png/v1/fill/w_980,h_980,al_c,q_90,usm_0.66_1.00_0.01,enc_auto/98008d_a95caf55693f433496c5b981d9dbebdc~mv2.png)
नया साल एक नई शुरुआत का समय होता है। यह हमें आगे बढ़ने, अच्छे काम करने और अपने सपनों को पूरा करने का मौका देता है। प्रेरणादायक बातें हमें हिम्मत, खुशी और नया जोश देती हैं। बच्चों को नए साल में उत्साह से भरे रहना चाहिए और चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए। यह समय है जब हम नई आदतें सीख सकते हैं, जैसे -आत्म-अनुशासन (खुद पर काबू रखना), दया (दूसरों की मदद करना), और जिज्ञासा (नई चीज़ें सीखने की चाह रखना)। प्रेरणादायक संदेश बच्चों को इन आदतों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
भारतीय दर्शन और भगवद् गीता से हमें सिख मिलती है कि निस्वार्थता (खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचना), धैर्य (मुश्किलों में भी हिम्मत रखना), और आंतरिक शक्ति (अपने मन को मज़बूत बनाना) हमारे जीवन को सुंदर बनाते हैं। नए साल के प्रेरणा देने वाले संदेश बच्चों को समझाते हैं कि हर दिन एक नया मौका है, कुछ नया सीखने का और बेहतर बनने का।
myNachiketa बच्चों के लिए 10 नए साल के प्रेरणादायक संदेश प्रस्तुत करता है।
हर पल अपना सर्वश्रेष्ठ करो; परिणाम अपने आप ठीक होगा।
(गीता के निष्काम कर्म के सिद्धांत से प्रेरित - निःस्वार्थ कर्म )
सच्ची शक्ति जीतने से नहीं बल्कि कभी हार न मानने से आती है।
(गीता के कर्म योग के सिद्धांत से प्रेरित )
सच्ची खुशी दूसरों की मदद और सेवा करने से मिलती है।
(गीता के भक्ति योग के सिद्धांत से प्रेरित )
सबसे बड़ी ताकत तुम्हारे अंदर है; इसे पहचानो और खुद पर विश्वास करो।
(आस्था पर गीता के सिद्धांत से प्रेरित )
पर्वत की तरह स्थिर रहो, चाहे संदेह की हवाएँ कितनी भी तेज़ क्यों न हों।
(ध्यान के महत्व पर गीता की शिक्षाओं से प्रेरित )
सूरज की तरह बनो; हर दिन उदित हो और चमको, चाहे बीते कल जो भी हुआ हो।
(गीता के सांख्य योग के सिद्धांत से प्रेरित - ज्ञान का मार्ग )
हर दिन कृतज्ञता के साथ उठो, क्योंकि स्वयं जीवन ही सबसे बड़ा उपहार है।
(आध्यात्मिक ज्ञान पर गीता के सिद्धांत से प्रेरित )
जीवन में संतुलन ही खुश रहने की कुंजी है- न ज़्यादा होना अच्छा है, न कम; संतुलन से ही शांति मिलती है।
(संतुलित जीवन के लिए योग और ध्यान पर गीता की शिक्षा से प्रेरित )
तुम्हारे काम अच्छे और इरादे निस्वार्थ होने चाहिए- फिर सफलता अपने आप मिल जाएगी।
(गीता के कर्म योग के सिद्धांत से प्रेरित )
सफलता या असफलता से प्रभावित मत हो, ये तो बस सफ़र का हिस्सा हैं।
(सांख्य योग में गीता के संतुलन के सिद्धांत से प्रेरित )
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