श्रीकृष्ण हिंदू धर्म के एक पूजनीय भगवान हैं, जिन्हें भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में माना जाता है। वे दिव्य गुणों के प्रतीक हैं, जिन्हें उनका हर भक्त अपने जीवन में अपनाना चाहता है। कृष्ण सत्य और अच्छाई के प्रतीक हैं। वे हमें हमेशा सही काम करने और दूसरों के प्रति दयालु रहने की सीख देते हैं।
myNachiketa प्रस्तुत करता है बच्चों के लिए 10 श्रीकृष्ण के मंत्र , जो उनके सम्मान में गाए जाते हैं। ये शक्तिशाली मंत्र भगवान को अपने अंदर अनुभव करने और उनके साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद करते हैं।
1. Mantra
हरे कृष्ण, हरे कृष्ण,
कृष्ण कृष्ण, हरे हरे
हरे राम, हरे राम,
राम राम, हरे हरे
स्त्रोत : हरे कृष्ण महामंत्र
संदेश
हरे कृष्ण महामंत्र भगवान कृष्ण और भगवान राम से की गई प्रार्थना है कि वे हमारी समस्याओं को हल करें और हमें ज्ञान और बुद्धि प्रदान करें। इस मंत्र का जाप करके, हम उनका प्रेम और कृपा पाने कामना करते हैं और अपने जीवन में उनकी उपस्थिति का अनुभव करते हैं।
2. Mantra
करारविन्दे न पदारविन्दं
मुखारविन्दे विनिवेशयन्तं
वटस्य पत्रस्य पूटे शयानं
बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि।
स्त्रोत: बाल मुकुन्द अष्टकम्
संदेश
यह कृष्ण मंत्र भगवान कृष्ण के प्यारे और दिव्य शिशु रूप की महिमा करता है, जिन्हें मुकुंद भी कहा जाता है, जो वट के पत्ते पर विश्राम करते हैं। वे अपने हाथों की मदद से अपने कमल जैसे चरणों को अपने मुख में रखते हैं।
वे हमेशा आनंदित रहते हैं और अपने आस-पास सभी को खुशी देते हैं। कृष्ण आनंद और संतोष के प्रतीक हैं। वे हमें सिखाते हैं कि अपने जीवन की हर छोटी से छोटी चीज़ में खुशी ढूँढनी चाहिए।
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3. Mantra
वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्।
देवकीपरमानन्दं कृष्णं वंदे जगद्गुरुम्॥
स्त्रोत: कृष्णाष्टकम्
संदेश
यह मंत्र भगवान कृष्ण का गुणगान करता है, जो वसुदेव के पुत्र हैं, जिन्होंने कंस और चाणूर को हराया। वे सभी को आनंद और सही मार्गदर्शन देते हैं।
इस मंत्र का जाप करके, हम भगवान कृष्ण के प्रति अपनी प्रेम और भक्ति व्यक्त करते हैं। यह मंत्र भगवान कृष्ण से हमारे संबंध को गहरा करता है और उनके प्रेम का अनुभव करवाता है।
4. Mantra
नमो ब्रह्माण्ड देवाये, गो ब्राह्मण हिताय च ।
जगत धिताय कृष्णाय, गोविन्दाय नमो नमः॥
स्त्रोत: विष्णु पुराण
संदेश
यह कृष्ण मंत्र हमें उन भगवान कृष्ण के सामने नमन होने के लिए प्रेरित करता है, जो मनुष्यों और सभी जीवों का ख्याल रखते हैं। वे ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्ति हैं और हर प्राणी की देखभाल करते हैं। इस मंत्र के माध्यम से हम श्रीकृष्ण से जुड़ कर उनका प्रेम और आशीर्वाद पा सकते हैं।
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5. Mantra
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:॥
संदेश
इस कृष्ण मंत्र में, हम भगवान कृष्ण का सम्मान करते हैं, जो हमें दुख और कष्ट से बचाते हैं और हमें सत्य और भगवान को समझने की शक्ति प्रदान करते हैं।
6. Mantra
ऊँ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय नम:
संदेश
यह कृष्ण मंत्र हमें भगवान कृष्ण के सामने सिर झुकाने की शिक्षा देता है, जिन्हें गोविन्द भी कहा जाता है, जो ब्रह्मांड के रचयता और हर प्राणी के पालनकर्ता हैं।
हमें कृष्ण की तरह दूसरों के प्रति दयालु और संवेदनशील बनना चाहिए।
7. Mantra
ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
स्त्रोत: श्री कृष्ण अष्टाक्षर मंत्र
संदेश
इस कृष्ण मंत्र में, हम भगवान कृष्ण से प्रार्थना करते हैं कि वह हमें अपनी कृपा में रखें और सभी समस्याओं से हमें सुरक्षा प्रदान करें।
जब भगवान हमारे साथ होते हैं, तब हम जीवन की हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।
8. Mantra
ॐ देवकीनंदनाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्णः प्रचोदयात्।
स्त्रोत: श्री कृष्ण गायत्री मंत्र
संदेश
यह कृष्ण मंत्र हमें भगवान कृष्ण से प्रार्थना करने की शिक्षा देता है, जो देवकी और वसुदेव के पुत्र हैं और जो हमेशा हमारा सही मार्गदर्शन करते हैं। वह हमें ऐसे गुणों को विकसित करने के लिए प्रेरित करें, जो हमें खुशी और आनंद से भर दें।
9. Mantra
ॐ कृष्णाय नमः
ॐ कृष्णाय नमः
स्त्रोत: श्री कृष्ण मूल मंत्र
संदेश
इस कृष्ण मंत्र में, हम भगवान कृष्ण से प्रार्थना करते हैं कि वह हमारे साथ रहें, हमारा मार्गदर्शन करें, और हमारे दिलों को प्रेम और खुशी से भर दें। श्रीकृष्ण हमारे उस दोस्त के जैसे है, जो सब कुछ बेहतर बना देता है! कृष्ण को याद करना एक अच्छे दोस्त के साथ समय बिताने जैसा है जो हमें सुख और शांति देता है।
कई तरह के धार्मिक कार्यों में इस कृष्ण मंत्र का जाप किया जाता है और भगवान कृष्ण के आशीर्वाद, और मार्गदर्शन प्राप्त किया जाता है।
10. Mantra
वृन्दावनेश्वरी राधा कृष्णो वृन्दावनेश्वरः।
जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम ॥
स्त्रोत: श्री राधा-कृष्ण मंत्र
संदेश
यह मंत्र राधाजी को वृंदावन की रानी और श्रीकृष्ण को वृंदावन के ईश्वर के रूप में प्रस्तुत करता है। हम प्रार्थना करते हैं कि हमें उनका प्रेम और कृपा मिले।
यह मंत्र राधाजी और श्रीकृष्ण की सच्ची मित्रता को उजागर करता है, जो दया, सच्ची दोस्ती और खुशियाँ बाँटने के महत्व को दर्शता है। हमें ऐसे दोस्त चुनने चाहिए जो हमारा साथ दें और हमारा सही मार्गदर्शन करें।
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